मायूसियों इतनी की सांसें भी ली जाती नही
ऐसा क्यों लगता है कि जिंदगी जी जाती नहीं
ढूंढ लो खुशियां वरना इस उम्र का पता नहीं
के मुस्कराने चले तो साँसों का अतापता नहीं
मैं हर हाल खुश मुझे जिंदगी से शिकवा नहीं
अपनों का साथ असल ख़ुदा की दुआ है यहीं
है तुम्हारा भी सकूँन पास क्यूँ नज़र जाती नहीं
तन्हा रहके सफ़र-ऐ जिंदगी बसर की जाती नहीं
हो मायूस अकेली जिंदगी तो जीयी जाती नहीं
थाम लो हाथ अपनों का, फिर घड़ी आती नही
ऐसा क्यों लगता है कि जिंदगी जी जाती नहीं
ढूंढ लो खुशियां वरना इस उम्र का पता नहीं
के मुस्कराने चले तो साँसों का अतापता नहीं
मैं हर हाल खुश मुझे जिंदगी से शिकवा नहीं
अपनों का साथ असल ख़ुदा की दुआ है यहीं
है तुम्हारा भी सकूँन पास क्यूँ नज़र जाती नहीं
तन्हा रहके सफ़र-ऐ जिंदगी बसर की जाती नहीं
हो मायूस अकेली जिंदगी तो जीयी जाती नहीं
थाम लो हाथ अपनों का, फिर घड़ी आती नही
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