बचपन से जवानी तलक जो मिलते गए।
समय के साथ रेत की तरह जो फिसलते गए।
वक्त को आसान और दर्द भुलाने के सामान।
रिश्तों से अलग पर रिश्तों से बेहतर पहचान।
जो हाल-ए दिल को बारीकी से समझते गए।
हौसले जिनके हम दौर आसां निकलते गए।
वह दोस्त ही थे वह दोस्त ही है वह दोस्त ही रहेंगे।
ऐ दोस्त.....
आज ही नही हर रोज तुम्हे तहे दिल सलाम कहेंगे।
Happy friendship day
समय के साथ रेत की तरह जो फिसलते गए।
वक्त को आसान और दर्द भुलाने के सामान।
रिश्तों से अलग पर रिश्तों से बेहतर पहचान।
जो हाल-ए दिल को बारीकी से समझते गए।
हौसले जिनके हम दौर आसां निकलते गए।
वह दोस्त ही थे वह दोस्त ही है वह दोस्त ही रहेंगे।
ऐ दोस्त.....
आज ही नही हर रोज तुम्हे तहे दिल सलाम कहेंगे।
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