धन संपदा साथ तो बहुतेरे है साथ
एक अकेली रह गयी निर्धनता खाली हाथ
धनी जन के चोचले सबके सब सर माथ
धिक्कार हाथ आएगी जो गरीब जन्मजात
झूठी प्रशंसा किजिये जो सबका मन ले मोहे
सच रखा जो सामने तुझसे बुरा न कोये
एक अकेली रह गयी निर्धनता खाली हाथ
धनी जन के चोचले सबके सब सर माथ
धिक्कार हाथ आएगी जो गरीब जन्मजात
झूठी प्रशंसा किजिये जो सबका मन ले मोहे
सच रखा जो सामने तुझसे बुरा न कोये
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