- दामनी का केस कितना लम्बा चलेगा और क्या फैसला आयेगा सब राम भरोसे है क्यूँकि........
तमाम दिन इंतज़ार में बीते
पर इम्तहान बरबादी था
अपने हक में होगा फैसला
सोचना ही जल्दबाजी था
निगाहे लाख टिका लो उम्मीद पर
पर मामला बुनयादी था
चलती सियासत की हरदम
फिक्र किसे कब आबादी का
हर आवाज़ दब जाती समय के साथ
अब आदत हुयीं नाकामी का
जीवंत सच्चाइया जिन्हें देख कर भी हम अनदेखा कर देते है उन्हीं सच्चाइयो के झरोखे में झाँकने को मजबूर मेरा मन और उस मन कि व्यथा अपने ही जैसों को समर्पित करना ही मेरा उद्देश्य है, और मेरा निवेदन है कि मेरी सोच में जो अधुरापन रह भी गया है उस पर आप लोगो की कीमती टिप्पणी यदि समय समय पर मिलती रहे तो शायद कोई सार्थक तत्व समाज कि जागरूकता में योगदान दे सके!
Wednesday, July 31, 2013
दामनी का केस
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment