Wednesday, July 31, 2013

नेह नदी नीर सी बही


  1. Photoहाले दिल मजबूर हूँ अपनी खुशी तेरी खुशी के बाद आयी
    नेह नदी नीर सी बही और दर्द की सौगात आयी
    हर बात से बात आई जब कभी भी बात आयी
    खीँच गयी तस्वीर कल की जब तुम्हारी बात आयी
    भुलाने की कोशिशों में हरदम तुम्हारी याद आयी
    थी चाँद कि ख्वाहिशे दिल में, याद अधूरी फरियाद आयी
    नेह नदी नीर सी बही और दर्द की सौगात आयी
    कहने को बहुत था पर जुबा पर बात आयी
    मिलन के स्वप्न बुने पर कभी वह रात आयी
    आस् दिल कि दिल में रही तन्हाइ ही साथ आयी
    हम जीत सके दिल तेरा अपने हिस्से में मात आयी
    हाले दिल मजबूर हूँ अपनी खुशी तेरी खुशी के बाद आयी
    नेह नदी नीर सी बही और दर्द की सौगात आयी............

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