एक आवाज़ जो तुम्हारे हाल को पूछें
एक कदम जो हरदम तेरा साथ दे दे
एक बात जो अपनेपन का एहसास दे
उस तलाश के कठिन से कठिन फ़ासले
तय करने को जब दिल तेरा आमादा हो
ख़ुद से उस अजनबी पर भरोसा ज्यादा हो
जिसे न देखा बस ख्यालो में क़रीब पाया
अनजान से चहरे में हमसाया सा पाया
इस भीड़ में किस मोड़ पर होगी मुलाकात
तलाश में गुजरेंगी कितनी सुबह कितनी रात
मायने नहीं रखती जिसके खातिर कोई बात
बस दिलो के तार और उमड़ते जज़्बात
एक अजनबी से आतुर करने को मुलाकात
यह उम्र की दहलीज़ पर उमगों की सौगात
जो ढूँढती है....
एक आवाज़ जो तुम्हारे हाल को पूछें
एक कदम जो हरदम तेरा साथ दे दे
एक बात जो अपनेपन का एहसास दे
No comments:
Post a Comment