- हर बात अधूरी है
हर रात अधूरी है
जिंदगी जज़्बात के बिन
सनम बड़ी अधूरी है
मेरे सुने से दिल में
तुमने ही भरे रंग
...हर खुशी हर उमंग
सनम तुमसे हर तरंग
लबों पर मुस्कान
तुम्हारी ही है सौगात
तुमसे ही रोशन रात
क्या सुबह क्या शाम
तुमसे जदगी का एहतराम
तुम मिलें तो मिटी हर दूरी
वरना..........
हर बात अधूरी है
हर रात अधूरी है
जीवंत सच्चाइया जिन्हें देख कर भी हम अनदेखा कर देते है उन्हीं सच्चाइयो के झरोखे में झाँकने को मजबूर मेरा मन और उस मन कि व्यथा अपने ही जैसों को समर्पित करना ही मेरा उद्देश्य है, और मेरा निवेदन है कि मेरी सोच में जो अधुरापन रह भी गया है उस पर आप लोगो की कीमती टिप्पणी यदि समय समय पर मिलती रहे तो शायद कोई सार्थक तत्व समाज कि जागरूकता में योगदान दे सके!
Monday, August 13, 2012
तुम्हारी सौगात
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment